By CJ RajeevChanderSharma
अंबाला। 11 मई। करधान रोड पर प्रभु प्रेम आश्रम के पास उपरोक्त चित्रों में बैंक आफ बड़ौदा और सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक की खोजकीपुर शाखाएं ठीक आमने सामने स्थित हैं। इनके प्रवेश द्वारों के साथ ही इन दोनों बैंकों के अपने अपने एटीएम हैं, जिनके ऊपर 24×7 अर्थात् 24 घंटे अंग्रेजी भाषा में स्पष्ट लिखा हुआ है। ये चित्र भले ही आज 11 मई की शाम साढ़े पांच बजे लिए गए हैं, किंतु किसी भी दिन ये मंजर ऐसे ही होते हैं। बैंक बंद होने के बाद लगभग शाम पांच बजे एटीएम के शटर गिरा कर ताले लगा दिए जाते हैं और अगले कार्य दिवस को सुबह 10 बजे शाखाएं खुलने के बाद एटीएम भी खोल दिए जाते हैं। यदि कभी अगले दिन बैंक में छुट्टी हो तो एटीएम पूरा दिन बंद रहते हैं। इन दोनों बैंकों की यह सेवा में बड़ी चूक है। ये बैंक एटीएम का वार्षिक शुल्क अपने ग्राहकों से लेते हैं। उसके प्रतिफल के रूप में 24 घंटों एटीएम सेवा प्रदान करने में विफल हैं। ग्राहकों के प्रति उपभोक्ता सरंक्षण अधिनियम के अंतर्गत सेवा में कमी का विषय है। दूसरी ओर ये व्यवहार बैंकों के वित्तीय हितों के भी विपरीत है। अन्य बैंकों के ग्राहकों द्वारा इन के एटीएम प्रयोग किए जाने पर इन्हें मिलने वाले शुल्क (कमीशन) से भी ये वंचित रहते हैं। अतः ये शाखाएं अपने अपने बैंकों की लाभार्जन क्षमता को भी क्षीण कर रहीं हैं। क्या बैंक आफ बड़ौदा और सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंकों के उच्च प्रबंधन इस ओर ध्यान देंगे?